कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इस वर्ष भारतीय टी-20 सीज़न रद्द किया जा सकता है हालांकि इस बात की पुष्टि, अभी नहीं हुई है। परन्तु हालात की गंभीरता को समझते हुए इस वर्ष आठों टीम के टकराव को देखना संभव नहीं लग रहा है। तमाम फैंटसी प्लैटफॉर्म जैसे की बल्लेबाज़ी, अपने उपयोगकर्ताओं के लिए अपना समय कुछ रोमांचक और मनोरंजक गतिविधियों पर लगा रहा है।
हम प्रार्थना करते हैं की कोरोना वायरस से देश और दुनिया जल्द मुक्त हों और खेल जगत फिर जगमाये। तब तक के लिए एक नज़र डालते हैं भारतीय टी-20 सीज़न की सबसे कामयाब टीम पर। वह टीम जो हर टीम के लिए एक मिसाल है – जी हाँ , हम बात कर रहे हैं महेंद्र सिंह धोनी द्वारा नेतृत्व टीम चेन्नई सुपर किंग्स की।
जानते हैं किन 5 कारणों से सी. एस. के. दुनिया की सबसे सफल फैंटसी क्रिकेट टीम मानी जाती है :
कोई पड़ाव मुश्किल नहीं।
एमएस धोनी, जैसा कि हम जानते हैं, भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने 2007 विश्व टी 20, 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया था। रांची में जन्मे ‘माहि’ को लम्बे छक्के मारने की क्षमता के लिए जाना जाता है और उन्होंने भारतीय टी-20 सीज़न में 208 छक्के मारे हैं। सी. एस. के. के कप्तान अपनी टीम को बेहतरीन परफॉर्म कराने में सक्षम रहते हैं। इसलिए सी. एस. के. फैंटसी जगत की सबसे पसंदीदा टीमों में से एक है।
हर खिलाड़ी की अपनी जगह।
कप्तान धोनी का नेतृत्व हर खिलाड़ी के लिए खेल आसान बना देता है। उन्हें पता है की कौन सा खिलाड़ी किस भूमिका में सही रहेगा। धोनी हर खिलाड़ी का साथ देते हैं और खिलाड़ी भी उनका साथ देते हैं। चाहे फिर फील्ड पर माइक हस्सी हों , हेडन हों , फाफ दू प्लेसिस हों या ब्रावो हों। हर खिलाड़ी जानता है की धोनी टीम में सबकी जगह और सबकी काबिलियत समझते हैं।
प्रशंसकों का जज़्बा।
चेन्नई की टीम के पास देश में सबसे शानदार प्रशंसकों में से एक है और जब भी उनके ‘थाला’ टीम की कमान संभालते हैं इन प्रशंसकों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। बढ़ें भी क्यों ना ? चेन्नई के प्रशंसकों ने सबसे कठिन समय में टीम का समर्थन किया है। जब मैच फ़िक्सिंग के आरोपों के बाद फ्रैंचाइज़ी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जिसके बाद 2018 में टीम की वापसी हुई और टीम ने अविश्वसनीय क्रिकेट खेला।
परीक्षण से ऊपर अनुभव और कौशल।
इस प्रक्रिया के चलते सी.एस.के. को बहुत सफलता मिली है। उन्होंने प्रतियोगिता में 10 बार भाग लेने पर 10 में से 8 बार फाइनल में जगह बनाई है। जब भी सी.एस.के. ने खेला उन्होंने हर बार प्लेऑफ में जगह बनाई है जिस से एक बात तो बहुत स्पष्ट हो जाती है कि ‘धोनी की सेना’अन्य टीमों के विपरीत प्रयोग से ज़्यादा अनुभव पर निर्भर करती है। ज़्यादातर खिलाड़ियों की उम्र अधिक होने के कारण टीम की आलोचना भी की गई है लेकिन इस बात को नज़रअंदाज़ करते हुए उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
असफलता के बाद उठने की क्षमता।
प्रतिबंधित होने के के बाद, सी.एस.के. के शेर शानदार तरीके से वापस लौटें हैं ! उन्होंने इंडियन टी-20 सीज़न के 2018 संस्करण में वांडरर्स में हैदराबाद सनराइज़र्स को हराकर तीसरी बार खिताब जीता। यह इतनी बड़ी विफलता के बाद उठने की क्षमता है जो टीम को चैंपियंस का एक समूह बनाती है।
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